टोहाना – सविधान निर्माता के अपमान का मामला फिर से हरियाणा में उजागर हुआ है।
गंाव धारसूल कंला में डा.भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिर्वत्तन द्वार पर पोती शरारती तत्वों ने पोती कालिख। गा्रम सरंपच ने राष्ट्रपति महोदय, राज्यपाल महोदय, प्रधानमंत्री महोदय, मानवाधिकार आयोग सहित मुखयमंत्री हरियाणा को कानुनी कार्यवाही हेतू पत्र। शरारती तत्वों को रास नहीं आया महापुरूषों को याद करता अनोखा प्रवेश द्वार । गेट पर लिखा है सत्यमेव जयेत, पंचशील के सिद्धात, सविधान निर्माता का सन्देश।
सविधान निर्माता के अपमान का मामला फिर से हरियाणा में उजागर हुआ है। अबकी बार इसका निशाना बना है गांव धारसुल में नवनिर्मित प्रवेश द्वार। उपमण्डल के गांव धारसूल
कला में प्रवेश द्वार पर कालिख पोतने का मामला सामने आया है जिसको लेकर गाव सरपंच ने कई विभागों को इसकी सुचना देकर महापुरूषों के अपमान व सरकारी संपति को नुकसान की बात कहते हुए कानुनी कार्यवाही की बात कही है। इसके बारे में पंख्चायत अधिकारी ने भी स्वीकार किया कि गेट पर कुछ शरारती तत्वों के द्वारा कालिख पोती गई है जिसको लेकर पंचायत ने कानुनी
कार्यवाही के लिए पुलिस को पत्र लिखा है। पंचायत खुद अपनी संपति की रक्षा करने उसकी शिकायत देने के अधिकारों से सक्षम है।
अधिक जानकारी के लिए बता दे कि उपमण्डल के गांव धारसुल कला में पंचायत के द्वारा प्रवेश द्वार बनाया गया है इस गेट पर सत्यमेव जयते लिखा है आशोक चख्क्र को चिन्हित किया गया है। पंचशील के सिद्धात भी लिखे गए है। वही सविधान निर्माता डा. अंबेडकर के विचारों को भी लिखा गया है। इस अनोखे प्रवेश द्वार पर गांव धारसुल कला के पुराने नाम धारानगरी को भी उसके साथ ही लिखा गया है। पत्र में बताया गया है कि 26 जनवरी का इसका विधिवत उदघाटन होना था पर उससे पहले इस घटना ने विवाद पैदा कर दिया। मुखय द्वार पर लिखे गए शब्द बेगमपुरा पर भी कालिख पोती गई है। इसके बारे में जब गांव सरपंच से बात हुई तो उसने बताया कि प्रवेश द्वार पर प्ररेणादायक शब्दों के साथ डा.भीमराव अंबेडकर सामाजिक परिर्वत्तन द्वार लिखा गया था जिसे कुछ शरारती तत्वों के द्वारा कालिख पोत कर अपमानित किया गया है जिसको लेकर हमने शिकायत दी है इन शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी से कडी कार्यवाही होनी चाहिए।