टोहाना –
रणदीप सिंह सुरेजवाला की प्रैस वार्ता टोहाना
हरियाणा की विधायिका की सुचिता को, मयार्दा को, शालिनता को खटटर सरकार ने पांव के तले रोद दिया है
जहां दो या तीन बार चुनाव हार गए वहां किसी नए चेहरे को क्यू ना उतारा जाए ? वही चेहरे जो चुनाव हार रहे है उन्हें ही क्यों ट्राई किया जाए।
सत्ता के केन्द्र रहे टोहाना में बडे नेता का आना खास चर्चा का विषय रहता है इस बार यह चर्चा का विषय इसलिए भी रहा, क्योकि यहां पर कांग्रेस के एक ग्रुप को हुडडा समर्थक व दूसरे को तंवर समर्थक के तौर पर जाना जाता है। वही एक पुर्व मार्किट कमेटी चैयरमैन के परिवार में परिवारिक- धार्मिक कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का आना खासा चर्चा में बना हुआ है। यहां कार्यक्रम में पहुचे रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी विपक्ष पर जमकर चोट करते हुए कांग्रेस को एक बताया। उन्होनें यहां पहुचने पर युवा बलजिन्द्र सिंह ठरवी की पीठ धपधपाई व सपष्ट तौर पर कहा कि वो मानते है कि युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए। इससे ये सन्देश जा रहा है जो इलाका कभ्भी सुरजेवाला का परिवारिक परिचित का रहा है वहां पर भी राजनितिक समीकरण तलाशें जा रहे है। जैसे प्रदेश कांग्रेस में अलग-अलग खेमे की बात होती है उसका प्रतिबिंब इसे माना जा रहा है। हालाकि देर शाम अशोक तंवर समर्थक के यहां पर भी सुरजेवाला का जाना तय है।
उन्हानें पत्रकार वार्ता में बताया कि टिकट वितरण कमेटी कई बातों पर गौर करेगी, मेरी व्यक्तिगत राय यह है कि कांग्रेस पार्टी को नए लोगों को मौका देना चाहिए, कांग्रेस पार्टी को बहुत सारे गरीब साथियों को मौका देना चाहिए। जो जमीन से उठ कर आए है ऐसे लोगों को मौका देना चाहिए जिसमें स्थानिय निकाय का जिक्र उनके द्वारा किया गया। जिन्होनें अपने को बार-बार साबित किया है। उन्हें मौका देना चाहिए कम से कम आधे ऐसे उम्मीदवार हो जो बदलाव की बयार को प्रतिबिंबित कर सके यह मेरी व्यक्तिगत राय है। जहां दो या तीन बार चुनाव हार गए वहां किसी नए चेहरे को क्यू ना उतारा जाए ? वही चेहरे जो चुनाव हार रहे है उन्हें ही क्यों ट्राई किया जाए। जिसमें जीतने की क्षमता, जनता से जुड़ाव, पार्टी से लगाव ये तीन मापदण्ड है। बहुत जल्द फतेहाद सहित पुरे हरियाणा में पार्टी संगठन की ईकाई नियुक्त होगी।
वही विधानसभा में विधायकों पर हुए हंगामे पर कहा हरियाणा की विधायिका को सुचिता को, मयार्दा को, शालिनता को खटटर सरकार ने पांव के तले रोद दिया है। ये उनके संस्कार व संस्कृति को दिखाता है। वो चाहे भाजपा व लोकदल दोनो मिलकर इससे पहले कर्ण सिंह दलाल के साथ अमार्दित व्यवहार अभय चौटाला ने जो किया व उसकी मदद मनोहर लाल जी खटटर ने की। सजा उन्हें मिलनी चाहिए सजा कांग्रेस के विधायक को मिली । अब उनहोनें अपनी गलती मानी गलती मान कर खटटर साहब को अपना निर्णय वापिस लेना पड़ा। ऐसा व्यवाहर पिछले सालों में अलग-अलग सरकारे रही न कभी हुआ इसलिए पिछले समय में कई मायर्दाओं को सुचिताओं को पांव तले रोद सकते है लगता है कि इस बात की कोई होड़ लगी है।
वही मनमोहन सिंह पूर्व पं्रधानमंत्री पर बन रही फिल्म पर यही कहा कि भाजपा मुददों से भटकाना का काम कर रही है। महाराष्ट्र कांग्रेस के विरोध के सवाल व क्या हरियाणा कांग्रेस भी विरोध करेगी के सवाल पर कहा कि ऐसा नहीं है उनकी वहां के साथियों से बात हुई है।