टोहाना हरियाणा – – किसान क्यों हुए मजबूर बिजली विभाग पहुच कर बिजली कर्मीयों की मदद करने को, आधा दर्जन गांवों से पहूचे लगभग 50 किसानजीरी की खेती का समय निकलते देखा तो किसान खुद जुट गया बिजली की व्यवस्था को दुरस्त करने में , गांव रहनवाल, दमकौरा, कांसापुर, पुर्णमाजरा, उदयपुर सहित अन्य जगहों से पहुचे किसान मदद करने। गांव का किसान क्यों खेत में काम करने के साथ, बिजली विभाग में भी काम करने को हुआ मजबूर
उमपण्डल के आधा दर्जन गांवों के किसान परेशान है परेशानी की कारण है बिगडी हुई बिजली व्यवस्था, इस बिजली व्यवस्था को दुरस्त न होता देख उन्होनें मन में ठानी इसकी मरम्ममत में सहयोग करने की व पहुच गए टोहाना में हिसार रोड़ स्थित 132केवी बिजली विभाग के सबस्टैशन पर। यहां पहुच कर किसानों ने बिजली विभाग के कर्मीचारियों के साथ हर संभव सहयोग किया। जिसका जिक्र करना बिजली विभाग के कर्मचारी भी नहीं भुलते। विभाग के अधिकारी इस बात को मानते है कि किसान पहुचे है पर यह नहीं मानते कि उनके पास लेबर की कमी है जबकि यह बार साफ है कि काम की जगह पर कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर काम करते हुए किसानों को साफ-साफ फुटेज में देखा जा सकता है। गांव का किसान क्यों खेत में काम करने के साथ बिजली विभाग में भी काम करने को मजबुर है यह एक विचारनीय विषय है जिसे नजरअन्दाज नहीं किया जा सकता है पर पता नहीं क्यो विभाग के अधिकारी इसे मात्र मदद करना बता रहे है। क्या ये विभाग की नाकामी नहीं जो किसानों को खुद यहां आकर इस काम में जुटना पड़ा। इसे किसानों की तरफ से यह कहकर भी प्रचारित किया जा सकता है कि वो सहयोग करके अच्छा काम कर रहे है पर किसी दुर्घटना में इसका जिममेवार कौन होगा? यह भी सोचा जाना चाहिए?
समस्या के बारे में बताते हुए किसान गुरमन सिंह व गुरमुख सिंह ने बताया कि उनके गांव में कृषि कार्यो को करने के लिए बिजली पिछले लगभग दो हफते से नहीं के बराबर मिल रही है उन्हे कहा जाता रहा कि पुर्ति जल्द बहाल की जाएगी पर ऐसा नहीं हुआ। गुरमन ङ्क्षसह का कहना है कि वो बिल्कुल ख्दुखी होकर यह काम करने को मजबुर है क्योकि जीरी लगाने का समय निकलता जा रहा है। किसान गुरमुख का कहना है कि दिक्क्त काफी लबे समय से आ रही है इसलिए यहां आना पड़ा। यहां 50 के लगभग किसान आए हुए है।
कार्यरत जेई जगदीश कुमार व शिवकुमार ने बताया कि टांसफार्मर बदला है किसी वजह से समस्या हो गई थी अब इसे बदल दिया गया है अब कोई समस्या की बात नहीं है। किसान यहां सहयोग के लिए आए हुए है।
वही बार में जब एक्सईन जयसिंह से बात की गई तो उनका कहना है किसान उत्साह बढाने के लिए आए है बाकी हम उन्हें लाईन पर किसी तरह का काम नहीं करने दे रहे। हमारे पास लेबर कोई कमी नही है।