टोहाना आम जन से दूरी कम करने के दावे करने वाली पुलिस के इस व्यवहार को आप क्या कहेंगे,पुलिस थानों के मुखय द्वार पर आम जन के स्वागत के लिए स्लोगन लगाकर केवल भ्रमित करने वाली पुलिस के व्यवहार का रूप कुछ ओर ही है या फिर यंहा ये कहावत सभी बैठती नजर आ रही है हाथी के दांत दिखाने के ओर है खाने के ओर है,स्वास्थय विभाग के अधिकारियों के साथ ऐसा व्यवहार से पुलिस के सभी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। ऐसा ही मामला थाना शहर टोहाना से सामने आया है। स्वास्थय विभाग के अधिकारियों ने लगाया शहर थाना पुलिस पर अनदेखी का आरोप,लगभग एक घंटा बाहर खडें रहे जिला फतेहाबाद के डिप्टी सीएमओ के अलावा टोहाना नागरिक अस्पताल के एसएमओं व महिला डाक्टर मीनल , आरोप में कहा कि बैठने तक की व्यवस्था के लिए भी जहमत नही उठाई स्थानीय पुलिस ने,इंतजार करते रहे अधिकारी थाना में उपस्थित स्टाफ के कानों पर जूं तक नही रेंगी, एसपी फतेहाबाद को दी जानकारी, बिना ब्यान दर्ज करवाए बैंरग लौटे स्वास्थय विभाग के अधिकारी, ब्यान दर्ज करने के लिए समय रहते नही पहुंचे पुलिस जांच अधिकारी।आज थाना प्रभारी के नोटिस पर किसी मामले में ब्यान दर्ज करवाने पहुंचे फतेहाबाद स्वास्थव विभाग के डिप्टी सीएमओ गिरिश कुमार,स्थानीय नागरिक अस्पताल के एसएमओ डा सतीश गर्ग के अलावा महिला डाक्टर ने शहर पुलिस पर अनदेखी का आरोप लगाया है किसी मामले के तहत उन्हे थाना प्रभारी द्वारा जारी नोटिस के तहत ब्यान दर्ज करवाने थाना शहर में पहुंच थे उनकी माने तो ब्यान दर्ज करने लिए कोई जांच अधिकारी मौके पर उपस्थित नही था वंही उपस्थित पुलिस कर्मचारी से जानकारी लेने के बाद मालूम हुआ कि थाना प्रभारी कोर्ट गवाही के लिए बाहर है तथा किसी अन्य जांच अधिकारी की डयूटी लगाई है वही ब्यान दर्ज करेगा। लेकिन एक घंटे तक सभी स्वास्थय अधिकारी थाना कार्यालय के बाहर खड़े रहे उन्हे बैठने के लिए भी नही कहा गया पुलिस के इस व्यवहार से गुस्साए डिप्टी सीएमओ गिरिश कुमार ने फोन द्वारा इस बारे में एसपी फतेहाबाद को जानकारी दी तथा बिना ब्यान दर्ज करवाए बिना वंहा से चले गए।
बंता दें कि जंहा एक ओर पुलिस विभाग सभी शहर व सदर थानों के मुखय द्वार पर आम जन के स्वागत के स्लोगन लगा कर अपने आप को जन हितेषी जताने का प्रयास कर रही है वंही अधिकारियों के साथ ऐसी घटना में पोल खुलती नजर आ रही है यदि अधिकारियों से ऐसा व्यवहार किया जाता है तो आम जन का क्या हाल होता होगा यह सोचन का विषय है। ऐसे में पुलिस प्रशासन आम आदमी को संमान देने की मुहिम केवल सफेद हाथी साबित होती नजर आ रही है जब इस बारे में जब पुलिस अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया तो डीएसपी का छुटी पर होना बताया गया दुसरी ओर थाना प्रभारी कोर्ट गवाही पर है बताया गया।बायट: डिप्टी सीएमओ डा गिरिश कुमारगिरिश कुमार ने बताया कि थाना सीटी एसएचओ ने नोटिस के तहत ब्यान दर्ज करवाने के लिए सीटी थाना बुलाया गया था जो भ्भी शिकायत थी उसके संर्दभ में ब्यान दर्ज करवाने लिए सीटी थाना आए हुए थे थाना प्रभारी से बात कि गई तो उन्होने बताया कि वह अभी कोर्ट में है। थाना प्रभारी ने कहा कि मैने ब्यान लेने के लिए पुलिस जांच अधिकारी की डयूटी लगा दी है वह आपके ब्यान दर्ज कर लेगा लगभग एक घंटा होने को है कार्यालय के बाहर खड़े है इनके पास हमारे बैठने के लिए एक चैयर का भी प्रबंध नही हो पाया है हमने इसकी सुचना एसपी फतेहाबाद को दे दी है इस अमाननीय व्यवहार की माना जा सकता है।
बायट: थाना प्रभारी इन्स्पैक्टर अरूणाथाना प्रभारी अरूणा ने बताया कि डाक्टरों की टीम के खिलाफ शिकायत आई थी जिसके संर्दभ्भ में डाक्टरों की टीम को नोटिस देकर थाना में ब्यान दर्ज करवाने के लिए बुलाया था इस दौरान मुझे कोर्ट में गवाही के लिए जाना पड़ा इस दौरान थाना में कुछ हुआ जिसकी जानकारी मिली थी उस विषय में जांच की जा रही है।
इस विषय में महिला डॉ मीनल ने राष्ट्रिय महिला आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है