गुहला चीका देर रात हुई तेज बरसात में गांव कांग्थली में एक मकान की छत गिरने से मलबे के नीचे दबा सोया हुआ परिवार।4 सदस्यों के साथ परिवार में  5 महीने का मासूम भीगुहला चीका 18 जून जाको राखे साइयां  ,मार सके ना कोई   यह कहावत उस वक्त  सच्चाई में बदल गई  जब देर रात हुई तेज बरसात के कारण उपमंडल गुहला के गांव कांगथली में एक मकान कि  छत गिरने से घर में सोए सभी सदस्य मलबे के नीचे दब गए जिसमें 5 महीने के मासूम के साथ परिवार के चार सदस्य भी मकान के मलबे के निचे जब गए । मलबे में सीमेंट और इंटो के बने बड़े-बड़े पत्थर नुमा टुकड़े थे जो पूरे परिवार के ऊपर गिरे । लेकिन 5 महीने के मासूम को एक खरोच तक नहीं आई । ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार देर रात  1:00 बजे के करीब तेज बारिश के कारण सरोज देवी का मकान गिर गया था जिसमें सरोज देवी के साथ परिवार के बाकी सदस्य मलबे के नीचे दब गए थे जिसको आस-पड़ोस के लोगों ने बाहर निकाला और उन्हें तुरंत उपचार के लिए गांव के ही हस्पताल में उपचार के लिए ले गए उसके बाद फर्स्ट एड देने के बाद उन्हें गुहला के सरकारी हस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया इस दौरान आस-पड़ोस के लोगों ने उन्हें सरकारी हस्पताल में दाखिल करवाया जहां उनकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों की टीम ने घायल लोगों को उपचार  व एक्स-रे करवाई उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें कैथल रेफर कर दिया । जानकारी देते हुए पीड़ित महिला ने बताया कि उन्होंने लगभग 6 महीने पहले गांव में सरपंच के माध्यम से सरकार द्वारा दिए जाने वाले सहायता के लिए फॉर्म भरे थे लेकिन गांव में बहुत से लोगों को कॉलोनिया डाली गई है लेकिन अभी तक भी उन्हें सरकारी सहायता नहीं प्राप्त हुई उन्होंने यह भी बताया कि यहां तक कि उनका आज तक बीपीएल कार्ड भी नहीं बनाया गया उक्त महिला ने सरकार से अपील की है कि उनको सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जाए ताकि अपने परिवार का गुजर-बसर और घर बना सके।क्या कहना है गांव की सरपंच सरोज बाला कावहीं जब इस मामले में गांव की सरपंच सरोज बाला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत द्वारा परिवार की जितने भी हो सके आर्थिक सहायता करेंगे उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा गरीब परिवारों को दी जाने वाली कॉलोनियों के फॉर्म भी भरे गए थे लेकिन अभी तक उनका कुछ भी नहीं आया ।

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