गुहला चीका भारी जीत और बहुमत से सत्ता में लौटी मोदी सरकार पार्ट-2 की ओर से 5 जुलाई को बजट पेश किया जाएगा। इस बजट से किसान, महिला, कारोबारी से लेकर छात्रों को खासी उम्मीदें हैं। सब की निगाहें 5 जुलाई को पेश होने वाले आम बजट पर टिकी हुई है। राशन-पानी से लेकर, सुरक्षा-शिक्षा तक, कारोबारियों से लेकर किसान तक, सभी मुद्दों पर होगी बात। सबकी सुनेगी सरकार, नजरें टिकी है तो आने वाले आम बजट पर। 5 जुलाई, 2019 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। आने वाले बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं क्योंकि ये सरकार पार्ट-2 का पहला बजट होगा।
इस बार का बजट सभी मायनों में थोड़ा अलग होगा क्योंकि देश में पहली बार महिला वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी। जिससे कहीं न कहीं महिलाओं को इस बार के बजट में ज्यादा जगह मिलने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। क्योंकि महिला वित्त मंत्री होने के नाते इस बार के आम बजट में महिलाओं के लिए कुछ खास हो सकता है और इस कारण ही महिलाओं की उम्मीद भी काफी बढ़ी हैं। तो भारी जनादेश के साथ सत्ता में आई सरकार से जनता को भी काफी उम्मीदें हैं। कोई शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की बात कह रहा है। तो कोई जेब पर भारी बोझ न पड़ने की। तो कोई सुरक्षा पर भी नजरें करम करने की बात कह रहा है। वहीं इंडस्ट्री लीडर्स, कॉर्पोरेट प्रतिनिधियों, मिडिल-इनकम ग्रुप और वेतनभोगी लोग बजट में इनकम टैक्स राहत, टैक्स सेविंग छूट में बढ़ोतरी और दूसरे फायदे मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
वहीं एनडीए सरकार के पहले बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम वेतनभोगियों के लिए टैक्स छूट की लिमिट 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये कर दी थी। साथ ही 60 से 80 साल की उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये लिमिट बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई थी। इसके अलावा, सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट की लिमिट 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये कर दी गई थी। हाउसिंग लोन पर चुकाए जाने वाले ब्याज की लिमिट को भी 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया था। तो इस बार के बजट में टैक्स छूट की लिमिट कितनी बढ़ेगी। किसानों के लिए बजट में क्या कुछ खास रहेगा। महिला सुरक्षा के लिए महिला वित्त मंत्री क्या सौगात देंगी, ये देखना दिलचस्प रहेगा।

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