टोहाना
धान की बोली षुरू न होने से किसान परेषान,सरकार किसानो की नही ले रही है सुध,अधिकारीयों ने भी माना अभी धान की बोली षुरू होने में लगेगें तीन चार दिन और कहा किसानों के धान में है नमी,वही राईस मिल मालिक व राईस व्यापारी खुष कहा चीन से धान का व्यापार खुलने से जहां किसानों को मिलेगे अच्छे दाम वही देष की अर्धव्यवस्था में भी होगा सुधार।
एकंर वायस – फतेहाबाद जिला की अनाज मंडीयों में धान की आवक जहां तेज हुई है वही धान की सरकारी बोली ने होने से किसान परेषान है। किसानों का कहना है कि पिछले चार दिनों से वो मंडीयों में धान को लेकर बैठे है मगर कोई सुध लेने वाला नही है। न तो बोली हो रही है और न ही निजी राईस मिल माालिक बोली देने आते है ऐक तो पहले ही किसान कर्ज तले डुबा हुआ है वही अब फसल की बेकदरी हो रही हैं। वही इस बारे में जब मार्किट कमेटी की सचिव से बात की गई तो उन्होने अपना तर्क देते हुए कहा कि किसान गीला नमी युक्त धान लेकर आ रहे है इसलिए धान की बोली लेट हो रही है।
वही धान के इस सीज़न से चावल के व्यापारी व राईस मिल मिल संचालक काफी खुष ऩजर आ रहे है उनका कहना है कि चीन से चावल के व्यपार होने से जहां चावल के व्यापारीयों को अच्छा लाभ होगा वही किसानो को भी धान के अच्छे भाव मिल सकेगें उन्होने यह भी कहा कि पहले जहां अरब देषो से चावल का अच्छा व्यापार होता था वही अब चीन के व्यपार से देष की अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा।