टोहाना- गांव कनाखेड़ा के प्राइमरी स्कूल में आंगनबाड़ी बनी विवाद, दो दर्जन से अधिक बच्चे पिछले कुछ समय से नहीं आ रहे स्कूल, अभिभावक व ग्राम पंचायत बच्चों के साथ उतरे पढ़ाई के बहिष्कार पर। करीबन एक महीने से चल रहा विवाद,
एसडीएम ने मामले को लेकर दोनो विभागो को दिए निपटारे के आदेश।
उपमंडल के गांव कान्हाखेडा के सरकारी स्कूल में बनी आंगनबाडी विवादो का कारण बनी हुई है जिसके चलते गांव के ग्रामीण अपने बच्चो को पिछले तीन दिनो से स्कूल में नही भेज रहे है जिससे बच्चो की पढाई बाधित हो रही है। वहीं ग्राम पंचायत इस आंगनवाडी केंद्र को शिफट करने के लिए जगह भी मुहैया करवा रही है लेकिन वहां तैनात कर्मी उसे शिफट करने के लिए तैयार नही है। जिससे अब बच्चो का भविष्य अंधकार में होता जा रहा है मामले की शिकायत ग्राम पंचायत एंव ग्रामीणो द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी, सीडीपीओ व जिला उपायुक्त को कर चुके है लेकिन समस्या का हल नही निकल पाया है जिसके चलते अब ग्रामीणो ने शिकायत सीएम विंडो को भेजी है तथा कहा कि जब तक आंगनवाडी शिफट नही होगी बच्चो को स्कूल में नही भेजा जाएगा। यहां का विवाद तब और गहरा गया जब अभिभावक व ग्राम पंचायत ने स्कूल पहुच कर अपने बच्चो को घर ले जाए।
बाईट- इस बारे में आंगनवाडी केंद्र में तैनात हेल्पर ने कहा कि गांव की पंचायत आंगनवाडी को शिफट करना चाहती है इसको लेकर विवाद चल रहा है जबकि उनकी आंगनवाडी के यहां होने से कोई समस्या नही है। उसने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा यहां कार्यक्रम किया गया था जिसके बाद कुछ कमिया सामने आई थी तो उन्होने कार्यक्रम के लिए आगे से मना कर दिया इस वजह से इसे शिफट करवाया जा रहा है।
क्या कहते है सरपंच।
इस बारे में सरपंच बेअंत सिंह ने बताया कि स्कूल में आंगनबाड़ी होने के कारण बच्चो की पढ़ाई प्रभावित होती हैं। स्कूल में चल रही आंगनबाड़ी में बच्चे आते हैं जिनका मुख्य सड़क से आना जाना हैं पिछले दिनों एक बच्चे को एक वाहन टक्कर भी मार गया जिससे उसके हाथ मे चोट लगी। पूरी पंचायत ने प्रस्ताव डाल कर इसे शिफ्ट करने की मांग की हैं दूसरी जगह भी दी गई है पर उसमे आंगनबाड़ी शिफ्ट नहीं कि जा रही। हमने सब अधिकारियों तक अपनी बात पहुचाई हैं पर समस्या का कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद गांव के लोग अपने बच्चों को स्कूल से ले आए है हमारा निर्णय है कि हम तब तक बच्चो को स्कूल नहीं भेजेगे जब तक आंगनबाड़ी यहाँ से नही निकाली जाती। हमारा अधिकारियों से अनुरोध हैं कि इस समस्या को दूर किया जाए जिससे बच्चो की पढ़ाई खराब न हो ।
क्या कहते है स्कूल इचंार्ज।
इस बारे में स्कूल इंचार्ज ने बताया कि स्कूल में बनी असगनबाड़ी की वजह से विवाद है जिससे अभिभावक बच्चो को स्कूल से ले गए। अब 28बच्चे नहीं आ रहे है कुल बच्चे 39 हैं। अधिकारियों को हमने उसी दिन रिपोर्ट भेज दी थी। बच्चो की पढ़ाई इसकी वजय से खराब हो रही हैं।
क्या कहते है एसएमसी सदस्य।
इस बारे में एसएमसी सदस्य हंसराज ने बताया कि इस समस्या को लेकर वे उच्च अधिकारियों से मिले थे उनका कहना था कि ये पंचायत का अधिकार है कि आंगनबाड़ी शिफ्ट कर ले इसके बाद हमने एक प्रस्ताव डाला पर इसके बाद भी यह शिफ्ट नहीं हो रही हैं जिससे बच्चो की पढ़ाई खराब हो रही हैं
घायल बच्ची के ताउ ने क्या कहा।
इस बारे में घायल लडकी के ताउ अनिल ने कहा कि उसकी बेटी आंगनबाड़ी के बाद सड़क पार कर रही थी तभी एक वाहन ने उसे टक्कर मार दी जिससे उसके हाथ मे चोट आई। इस आंगनवाडी को यहां से शिफट किया जाए ताकि समस्या का हल निकाला जा सके।
क्या कहते है एसडीएम।
इस बारे में उपमंडल अधिकारी सरजीत नैन का कहना हैं कि आपके माध्यम से उन्हे इस समस्या का पता लगा है दोनों विभागों के अधिकारियो कों कहा गया हैं कि वो इस मामले को मिलबैठ कर सुल्जाए।

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