गुहला चीका
लगातार तीन चार दिनों से किसानों का खरीद एजंसियों व मार्किट कमेटी के अधिकारियों के खिलाफ चला आ रहा विरोध प्रदर्शन ।
देश का अन्नदाता अपनी छे महीने की खून पसीने की कमाई के दाम को लेकर फिर रहा है मारा
मापदण्डों में पुरा उतरने पर भी नही मिल रहा किसानों को अपनी फसल का पूरा दाम ।
आज फिर से काफी शंख्या में मार्किट कमेटी में अपनी धान का सेम्पल लेकर पहुंचे किसान
मौके पर नही मिले मार्किट कमेंटी के चेयरमेन जिसको लेकर किसानों ने भारी रोष जताया
किसानों का कहना था के हमारी धान का मोस्चर 12:4 है लेकिन आढ़तियों और सेलर मालिकों की मिली भगत से धान का रेट 16₹50 पैसे लगा रहे है और एक धान का मोस्चर 17 आया है जिसको व्यापारी 15 ₹ 50 पैसे मांग रहे है लेकिन जब हम मार्किट कमेंटी के सेकेट्री से मिले उन्होंने हमारी कोई सुनवाई नही की वहीँ किसानों का कहना था के चेयरमेन किसानों की समस्याओं का हल करवाने के लिए बनाया गया है लेकिन चेयरमेन अपनी सीट पर बैठता ही नही ऐसे में उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए
अनाज मंडी में बोरियों का नहीं हो रहा उठान उठान न होने की वजह से किसानों को करना पड़ रहा है भारी दिक्कतों का सामना अपने धाम को मंडी से बाहर कच्चे फिडो में गिरा कर बेचना पड़ता है धान मार्केट कमेटी के सेक्टरी मैं अधिकारी नहीं देते इस की तरफ कोई ध्यान

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