गुहला चीका
अप्रत्यक्ष चुनाव को लेकर इनसो कार्यकर्ताओं ने डीएवी कॉलेज के गेट पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर कॉलेज के गेट पर ताला जड़ दिया। दूसरी ओर सरकार और प्रशासन दोबारा चुनाव को निष्पक्ष तरीके से करवाए जाने को लेकर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त होने के दावे की पोल उस समय खुल गई जब कॉलेज के गेट पर ही चुनाव लड़ रहे छात्र पर हमला हो गया हालांकि हमले में छात्र को ज्यादा चोट नहीं आई। जब कॉलेज के गेट को इनसो नेताओं द्वारा ताला लगाया गया तो मौके पर कोई भी अधिकारी या कॉलेज का प्रशासन नहीं पहुंचा। परंतु यह सुरक्षा के बंदोबस्त सरकार की पोल खोलने के लिए काफी हैं सरकार और प्रशासन द्वारा छात्र संघ चुनाव को निष्पक्ष तरीके से करवाए जाने को लेकर बड़े-बड़े दावे किए गए थे परंतु यह दावे फेल नजर आए वहीं दूसरी ओर अप्रत्यक्ष चुनाव कराए जाने को लेकर इनसो एनएसयूआई और 16 अन्य संगठन सरकार का विरोध कर रहे हैं अब यह मामला पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में भी जा चुका है जिसकी आगामी तारीख 12 नवंबर लगी हुई है अब देखना यह होगा कि सरकार द्वारा अप्रत्यक्ष चुनाव का जो फैसला लिया गया है उस पर हाई कोर्ट क्या निर्णय लेता है वहीं चुनाव लड़ रहे छात्रों ने बताया कि उनका उद्देश्य चुनाव जीतकर छात्रों की समस्याओं का हल करना है और सबसे अहम बात यह रही कि इस बार छात्र संगठनों में किसी भी राजनीतिक दल की भूमिका देखने को नहीं मिल रही है।अब सवाल यह उठता है कि एक और तो कॉलेज में बाहर इनसो छात्रों द्वारा कॉलेज के गेट पर तालाबंदी की जा रही है और चुनाव लड़ रहे छात्र पर हमला हो जाता है दूसरी ओर प्रिंसिपल साहब अपने कमरे में आराम फरमा रहे हैं और यह कह रहे हैं कि कॉलेज में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त हैं जो यह बताने के लिए काफी है कि कॉलेज प्रशासन चुनाव के प्रति कितना संवेदनशील है।