गुहला चीका
अपनी मांगों को सैकड़ों आशा वर्करों ने हलका विधायक कुलवंत बाजीगर कार्यालय के समक्ष सरकार व प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की
और प्रदर्शनकारी महिलाओं का नेतृत्व प्रधान संतोषी ब्राह्मणी वाला कर रही थी।
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हलका विधायक कुलवंत बाजीगर के स्थान निवास पर भी किया प्रदर्शन
और सरकार को कोसा और विधायक के अपने निवास स्थान पर न होने के कारन सभी आशा वर्कर विधायक के निवाश पर डेरा डालकर बेठ गई
और उनका कहना था के चाहे हमे रात को यही बैठना पड़े चाहे दो दिन बेठना पड़े हम विधायक को ज्ञापन सोंपकर ही जाएगें
विधायक देर सायं अपने निवास स्थान पर पहुँचे और आशा वर्करों की समस्याओं को सुना और आशा वर्करों ने अपना ज्ञापन सोंपा ।
संतोष ने बताया कि उनका मुद्दा 1 फरवरी 2018 को हुए समझौते का नोटिफिकेशन न होना है।
उन्होंने कहा कि आशा वर्करों ने 17 जनवरी से लेकर 1 फरवरी 2018 तक अपनी मांगों को लेकर आंदोलन चलाया था
और 1 फरवरी को मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में समझौता भी हुआ था
लेकिन चार माह बीत गए परंतु आज तक सरकार द्वारा स्वीकृत की गई मांगों का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि इस बारे विभाग के आला अधिकारियों के साथ कई बार बातचीत भी की गई लेकिन स्थिति वहीं डाक के तीन पात। उन्होंने कहा कि सरकार के मन में कर्मचारियों के प्रति खोट है जिस कारण उनकी मांगों को तवज्जो नहीं दी जा रही। हर बार झूठे आश्वासन के सिवाय आज तक कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग के इस ढिलाई भरे रुख पर आशाओं में सरकार की मनसा को लेकर संदेह पैदा हो रहा है।
हलका प्रधान चरणजीत कौर ने बताया कि सरकार द्वारा वादाखिलाफी बार-बार करने पर आज हमने विधायक निवास पर अपना धरना प्रदर्शन रखा जिसमें हमें 5 से 6 घंटे का विधायक अपने निवास स्थान पर नहीं थे और हमने विधायक को ज्ञापन सौंप दिया है और विधायक ने हमें आश्वासन दिया है के मैं विज्ञापन को मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर आपकी मांगों को पूरा करवाने की कोशिश करूंगा
विधायक कुलवंत बाजीगर ने आशा वर्करों को आश्वासन दिया कि मैं आप लोगों की मांगों को जायज मानता हूं और आपके द्वारा दिया गया ज्ञापन मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर आपकी मांगे पूरी करवाने का प्रयास करूंगा